Skip to main content

Posts

Showing posts from February, 2021

आखिर मस्तक पर ही क्यों लगाते हैं तिलक ?

आइए जानते हैं तिलक लगाने की पीछे का कारण - लोग मस्तक पर तिलक क्यों लगाते हैं ? तिलक , त्रिपुण्ड , टीका अथवा बिन्दिया आदि का सीधा सम्बन्ध मस्तिष्क से होता है । मनुष्य की दोनों भौहों के बीच आज्ञा चक्र होता है । इस चक्र पर ध्यान केन्द्रित करने पर साधक का मन पूर्ण शक्ति सम्पन्न हो जाता है । इसे हम चेतना केन्द्र भी कह सकते हैं । समस्त ज्ञान एवम् चेतना का संचालन इसी स्थान से होता है । आज्ञा चक्र ही तृतीय नेत्र है । इस स्थान को दिव्य नेत्र भी कहा जा सकता है । तिलक लगाने से आज्ञा चक्र जागृत होता है , जिसकी तुलना राडार , टेलिस्कोप आदि से की जा सकती है । इसके अतिरिक्त तिलक सम्मान- सूचक भी है । तिलक लगाने से धार्मिकता का आभास होता है ।   अब हम जानते हैं इस पर वैज्ञानिकों का क्या कहना है ।  वैज्ञानिक कारण -  ' हम अपने मस्तिष्क से आवश्यकता से अधिक काम लेते हैं । इसका परिणाम यह होता है कि ज्ञान तन्तुओं का विचारक केन्द्र भृकुटि और ललाट के मध्य भाग में वेदना होने लगती है । चन्दन ज्ञान तन्तुओं को शीतलता प्रदान करता है । इसलिए प्रतिदिन चन्दन का तिलक लगाते हैं । जो प्राणी प्रतिदिन प्रातः